Tuesday, January 12, 2010

तुमको तो मेरी याद






















तुमको तो मेरी याद
ना आएगी कभी
आयेगी भी तो
ना तडपायेगी कभी
गर आ ही जाये कभी
तो बस इतना करना
सामने किसी दर्पण के बैठ
खुद को संवारना
थोडा मुस्काना
थोडा इतराना
बालों की लट को
माथे पर बिखराना
थोडा सा सर को झटकाना
और मुझे
फिर से भूल जाना
२२/१०/२००९