Tuesday, February 2, 2010

सिर्फ तुम


एक दिन अचानक

चले आओ

मेरे ख्वाबो से उतर के

मेरे आँगन को

महकाओ

मेरे आस पास

मेरे साथ साथ

तुम चलो यूं ही

मैं जाऊं जहाँ

तुम भी चलो वहीँ

मेरे पहलू में

चुपके से समां जाओ

मेरे पास हो तुम

मेरे साथ हो तुम

मेरी प्यास हो तुम

मेरी हर साँस हो तुम

मेरे लिए खास हो तुम

मेरे जीने की

वजह हो तुम

हर तरफ तुम ही तुम

ये एहसास सच है

यकीं हो मुझे

२९/०९/२००९

Tuesday, January 12, 2010

तुमको तो मेरी याद






















तुमको तो मेरी याद
ना आएगी कभी
आयेगी भी तो
ना तडपायेगी कभी
गर आ ही जाये कभी
तो बस इतना करना
सामने किसी दर्पण के बैठ
खुद को संवारना
थोडा मुस्काना
थोडा इतराना
बालों की लट को
माथे पर बिखराना
थोडा सा सर को झटकाना
और मुझे
फिर से भूल जाना
२२/१०/२००९