सो गयी है ज़मीन पथरा गया है देवता सिसक रहे हैं ज़ख्म मर गयी है आत्मा धड़कने खोयी सी हैं ऑंखें रोई सी हैं मद्धम सी हैं सांसें जिंदा है अभी प्यार यहाँ सुलग रहे हैं अरमान लगता है मरा है कोई कल यहाँ १३/३/२००७
सुनो एक दिन मेरे प्यार का जनाज़ा सज़ा देना दो तिनके लगाकर मेरी चिता सज़ा देना मेरी तस्वीर ना मिले ना सही सिर्फ याद कर लेना और उस पर बस एक रुमाल उड़ देना जब होश में रहो तो उसे आग लगा देना बची रख को हवा में उड़ देना और यूँ मेरा नाम अपने जेहन से मिटा देना आये ना एक भी आंसू इस बात का रखना ख़याल और उसके बाद कभी मुझे याद ना करना २३/४/२००७
ना आओ तुम तो कोई बात नही पा ही लूंगी मई तुम्हें इक रोज़ उस लोक में जहाँ सारे बन्धन रस्मों रिवाजो को तोड़ कर दो आत्मायें मिलती हैं वहाँ दो आत्माओं का मिलान कोई रोक ना पाया है ८/४/२००७
गुजरी मेरे दिल पे क्या तेरे चले जाने के बाद कभी देखा नही पलट के भी मुझ से रूठ जाने के बाद कतल कर दे कोई और ख़ून ना गिरे यूँ मुँह छिपाया मुझ से रूठ जाने के बाद रोना ना एक भी आंसू मेरे मर जाने के बाद सुनो तुम्हें मेरी क़सम है १०/४/२००७