माँ
माँ
किसी की काली होती है
किसी की गोरी होती है
किसी की लम्बी
किसी की छोटी होती है
किसी की मोटी
किसी की पतली होती है
माँ कभी कठोर
कभी विनम्र होती है
सबकी माँ
कुछ अलग होती है
दरख्त कैसा भी हो
कुछ तो उसकी छाँव होती है
माँ कैसी भी हो
माँ सिर्फ माँ होती है
© मधु अरोरा
३०/४/ २०१४
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