मेरा ख्वाब मेरा ख्याल तुम
मेरी सोच मेरा सवाल तुम
मेरा दिन मेरी रात तुम
आफ़ताब( sun) तुम
माहताब (moon) तुम
आगाज़ तुम, अंजाम तुम
मेरी जीत तुम मेरी हार तुम
मेरे अश्क मेरी मुस्कान तुम
मेरी भूख मेरी प्यास तुम
मेरे लफ्ज़ मेरा कलाम तुम
हर लम्हा दिल के पास तुम
मेरी रूह मेरी जान तुम
मेरे जीने का अंदाज़ तुम
हर बात का एहसास तुम
मेरे लिए बहुत खास तुम
हर तरफ बस तुम ही तुम
फिर भी तुम, न जाने कहाँ गुम
१४/११/२०११
मधु अरोरा
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