Tuesday, October 7, 2008

तलाशी ले लो


तुम चाहे जितनी तलाशी ले लो


मेरे पास प्यार के सिवा कुछ भी नही


ये दिल जिसमें तुम बसते हो


मेरी धडकनों में धड़कते हो


इस दिल की तुम तलाशी ले लो


इस में तुम्हारी याद के सिवा कुछ भी नही


मेरे ख्वाबों में सिर्फ़ तुम बसते हो


हर तरफ़ तुम ही तुम दीखते हो इस आँखों की तुम तलाशी ले लो


इन में आंसुओं के सिवा कुछ भी नही


२७/१/२००८

1 comment:

परमजीत सिहँ बाली said...

बहुत बेहतरीन गीत है ।बधाई!!