बहुत उदास है दिल मेरा आज तेरे बिन
लगता नही है दिल मेरा आज तेरे बिन
बात करते करते रो देती हूँ
फिर कुछ सोच के हंस देती हूँ
कैसा है बावरा मन आज तेरे बिन
लगता नही है दिल मेरा आज तेरे बिन
न सोती हूँ न जगती हूँ
ख्वाबों में जैसे चलती हूँ
कभी आ के तो देख हाल मेरा आज तेरे बिन
बहुत उदास है दिल मेरा अज तेरे बिन
लगता नही है दिल मेरा आज तेरे बिन
०६/०४/२००८
3 comments:
aapki iss kavita ,mei woh ehsaas hai ,, jo ek virah mei hai,,
सोचा था आपकी ताजा रचना पढकर अपनी प्रतिक्रिया दे कर चला जाऊँगा लेकिन एक\एक कर बहुत से गीत पढ गया।लगता है सभी गीत बहुत गहराई में डूब कर लिखे हैं।बहुत सुन्दर लिखे हैं।आभार।
i m just amazed when i just end up this page reading in one go.... its put me in the another world off dream & love. !! greetings
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